उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा
74 वर्षीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों से अपना पद छोड़ने की घोषणा की।
"स्वास्थ्य सर्वोपरि", कहा धनखड़ ने
"स्वास्थ्य सर्वोपरि", कहा धनखड़ ने
धनखड़ ने कहा कि वे मेडिकल सलाह का पालन करते हुए अब अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देंगे।
धनखड़ ने कहा कि वे मेडिकल सलाह का पालन करते हुए अब अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देंगे।
राष्ट्रपति को सौंपा इस्तीफा पत्र
राष्ट्रपति को सौंपा इस्तीफा पत्र
उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने की जानकारी दी।
राज्यसभा में आखिरी दिन की ड्यूटी
राज्यसभा में आखिरी दिन की ड्यूटी
इस्तीफे से पहले उन्होंने राज्यसभा में आठ नए सदस्यों को शपथ दिलाई।
इस्तीफे से पहले उन्होंने राज्यसभा में आठ नए सदस्यों को शपथ दिलाई।
प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल को धन्यवाद
प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल को धन्यवाद
अपने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी और मंत्रियों को सहयोग के लिए आभार जताया।
अपने पत्र में प्रधानमंत्री मोदी और मंत्रियों को सहयोग के लिए आभार जताया।
स्वास्थ्य समस्याएं बनी वजह
मार्च में AIIMS में भर्ती हुए थे। पिछले महीने एक कार्यक्रम में बेहोश हो गए थे।
मार्च में AIIMS में भर्ती हुए थे। पिछले महीने एक कार्यक्रम में बेहोश हो गए थे।
अभी दो साल का कार्यकाल बचा था
अभी दो साल का कार्यकाल बचा था
वो 2022 में उपराष्ट्रपति बने थे और अभी उनका कार्यकाल 2027 तक चलता।
वो 2022 में उपराष्ट्रपति बने थे और अभी उनका कार्यकाल 2027 तक चलता।
तीसरे उपराष्ट्रपति जिन्होंने कार्यकाल पूरा नहीं किया
तीसरे उपराष्ट्रपति जिन्होंने कार्यकाल पूरा नहीं किया
VV गिरि और आर. वेंकटरमण के बाद वे तीसरे उपराष्ट्रपति हैं जिन्होंने कार्यकाल से पहले पद छोड़ा।
VV गिरि और आर. वेंकटरमण के बाद वे तीसरे उपराष्ट्रपति हैं जिन्होंने कार्यकाल से पहले पद छोड़ा।
"किसान पुत्र" और संविधान विशेषज्ञ
"किसान पुत्र" और संविधान विशेषज्ञ
मोदी ने उन्हें "किसान पुत्र" कहा था और उनके संविधान ज्ञान की सराहना की थी।
मोदी ने उन्हें "किसान पुत्र" कहा था और उनके संविधान ज्ञान की सराहना की थी।
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल की यादें
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल की यादें
ममता बनर्जी से टकराव और तीखे बयान हमेशा चर्चा में रहे। राजनैतिक शैली रही मुखर।